स्लोन स्टीफ़ेंस
एक दृढ़ चैंपियन
स्लोन स्टीफ़ेंस, ने अपनी चोट से उबरकर ग्रैंड स्लैम(Grand Slam®) खिताब जीतकर उल्लेखनीय वापसी करी है, वे टेनिस में दृढ़ता का उदाहरण देती हैं।
विजय यात्रा
स्लोन स्टीफ़ेंस ने चोट से जूझने से लेकर ग्रैंड स्लैम(Grand Slam®) तक की अपनी अविश्वसनीय यात्रा से टेनिस जगत को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
अपने शक्तिशाली बेसलाइन खेल और असाधारण एथलेटिसिज़्म के लिए जानी जाने वाली, इस अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार चुनौतियों को पार कर महान स्तर पर सफलता पाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।
चुनौती का सामना करना
स्लोन स्टीफ़ेंस ने 2007 में अपने पेशेवर टेनिस करियर की शुरुआत की, अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से जल्दी अच्छी रैंकिंग पाई।
उनकी सफलता 2013 में तब शुरू हुई, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपेन के सेमी-फ़ाइनल में जगह बनाई। इसके बाद उन्होंने कई चोटों का सामना किया जिन्होंने लगभग एक साल तक उन्हें खेल से दूर रखा। लेकिन उन्होंने 2017 में यूएस ओपेन जीतकर उल्लेखनीय वापसी की, जो उनका पहला एकल ग्रैंड स्लैम(Grand Slam®) खिताब था। इस जीत ने मुश्किल परेशानियों के सामने उनकी दृढ़ता और दृढ़ निश्चय को प्रदर्शित किया। अगले वर्ष, उन्होंने रोलैंड-गैरोस के फाइनल में पहुंच कर मिट्टी के मैदान पर अपनी सहजता का प्रदर्शन किया, उसी वर्ष करियर की उच्चतम विश्व रैंकिंग नंबर 3 हासिल की। दबाव में प्रदर्शन करने की स्टीफ़ेंस की क्षमता ने उन्हें वुमेन्स टेनिस एसोसिएशन (WTA) टूर पर ए क दुर्जेय प्रतियोगी बना दिया है।
स्लोन स्टीफ़ेंस पहली बार 2014 में रोलेक्स साक्ष्य बनीं।